कथा-कीर्तन-प्रवचन आदि में जाने से आपका समय नष्ट नहीं होता बल्कि इससे सफलता के लिए अति आवश्यक गुणों में वृद्धि होती है, जैसे काम में अधिक मन लगना, उत्पादन क्षमता बढ़ना, लोगों की नजरों में अच्छी छवि बनना और लोगों से अच्छे सम्बन्ध बनना आदि।
अगर आपमें सफलता के लिए आवश्यक गुणों की वृद्धि हो गई तो आपके लिए सफलता पाना अपने आप ही आसान हो जायेगा।
के. डी. परिवार पिछले काफी समय से इस बात का अनुमोदन और समर्थन करता आ रहा है कि सफलता केवल मानव के प्रयासों से नहीं मिलती। सफलता के लिए मानव के प्रयास और परमात्मा के प्रसाद - दोनों - की आवश्यकता होती है।
के. डी. परिवार द्वारा प्रस्तुत भारत के पहले सकारात्मक मासिक निःशुल्क हिन्दी न्यूज लैटर आखिर’ के विगत अंकों में हमने परमात्मा और सफलता नाम से लेखों की एक श्रृंखला का प्रकाशन किया था। आप आखिर’ के नीचे दिये पुराने अंक निःशुल्क डाउनलोड करके ये लेख पढ़ सकते हैं -
4. Akhir' - Jan09.4
5. Akhir' - Feb09.5
6. Akhir' - March09.6
7. Akhir' - April09.7
9. Akhir' - June09.9
10. Akhir' - July09.10
11. Akhir' - August09.11
12. Akhir' - September09.12
13. Akhir' - October09.13
14. Akhir' - November09.14
15. Akhir' - December09.15
16. Akhir' - January10.16
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उपरोक्त इस लिस्ट में केवल आखिर’ के केवल उन्हीं अंकों को दिया गया है जिनमें परमात्मा और सफलता श्रृंखला के लेख छपे थे। आप चाहें तो आखिर’ के बाकी अंक भी डाउनलोड कर सकते हैं।
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धन्यवाद सहित
सफलता की राह पर आपका मित्र
के. डी.’स विपिन कुमार शर्मा ‘सागर’
दिनांक - 26 जून 2014
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