बुक रीव्यू
द्वारा - के. डी.’स विपिन कुमार शर्मा ‘सागर’
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सम्पादिका की टिप्पणी –
आखिर’ के आरम्भ से ही हर माह बुक ऑफ दि मंथ कॅालम के माध्यम से हम आपको एक महत्वपूर्ण किताब के बारे में जानकारी देते आ रहे हैं।
अब उसी कॅालम को हम यहां बुक रीव्यू के रूप में आरम्भ कर रहे हैं।
जैसा कि आप जानते ही हैं कि सफल होने के लिये सीखना बहुत अनिवार्य है। सीखने का यह आवश्यक कार्य पुस्तकों के माध्यम से बहुत आसानी से हो जाता है।
हमें पूरी उम्मीद है कि सफलता के सम्बन्ध में पुस्तकों के महत्व को आप अच्छी तरह समझते हैं।
इस कॅालम के माध्यम से हम आपको उन महत्वपूर्ण पुस्तकों की जानकारी देंगे जो सफलता की राह में आपका भरपूर मार्गदर्शन कर सकें, आपको सही राह दिखा सकें और सफलता पाने के लिये आपकी सहायक बन सकें।
इस कॅालम में आपको जिन पुस्तकों के बारे में जानकारी दी जायेगी, उन पुस्तकों को आपसे पहले बहुत से लोग पढ़ चुके हैं और इनका लाभ उठा चुके हैं।
यह भी हो सकता है कि आप भी इन पुस्तकों को पढ़ चुके हों या इन के बारे में जानते हों। जो भी हो यह कॅालम आपकी बहुत अधिक मदद करेगा। क्योंकि इस कॅालम के माध्यम से आप पुस्तकों को सफलता के संदर्भ में एक नये दृष्टिकोण से देखेंगे।
प्रत्येक पुस्तक के साथ उस पुस्तक के मिलने का विवरण दिया जायेगा, जहाँ से आप पुस्तक प्राप्त कर सकते हैं। न मिलने पर हमसे
kdparivar@gmail.com पर सम्पर्क करें।
सफलता के कोर्स की दूसरी किताब
अमीरी की चाबी आपके हाथ में (Hindi Edition)
क्या आपने एंड्रयू कारनेगी का नाम सुना है?
क्या आप यह जानते हैं कि एंड्रयू कारनेगी अपने समय के सबसे अधिक सफल व धनी व्यक्ति थे?
एंड्रयू कारनेगी अपनी सफलता और अमीरी के रहस्य को आम आदमी तक पहुँचाना चाहते थे।
इसके लिये उन्होंने उस समय के सबसे बेहतरीन लेखक (जिसका नाम आप इस लेख के अन्त में पढ़ेंगे) को अपनी सफलता और अमीरी के तमाम रहस्य बताये। एंड्रयू कारनेगी से जाने रहस्यों को लेखक ने एक कहानी के रूप सरल तरीके से प्रस्तुत किया और इस पुस्तक की रचना की, जिसके बारे में हम आपको इस कालम में बता रहे हैं और जिसका नाम है -
अमीरी की चाबी आपके हाथ में
बहुत सी पुस्तकें ऐसी होती हैं, जिन्हें प्रायः प्रत्येक व्यक्ति ने पढ़ा होता है। लेकिन कुछ पुस्तकें ऐसी होती हैं, जिनको पढ़ना तो दूर उनके बारे में जानने वाले लोग भी बहुत कम होते हैं।
"अमीरी की चाबी आपके हाथ में" एक ऐसी ही पुस्तक है जिसका नाम तक बहुत से लोगों ने नहीं सुना।
जैसा कि इस पुस्तक के नाम से ही जाहिर होता है - यह लोगों को अमीर बनने के तौर-तरीकों के बारे में बताती है। इस पुस्तक के माध्यम से लेखक एक साधारण व्यक्ति को असाधारण स्तर का अमीर व्यक्ति बनना सिखाता है।
इस पुस्तक के पूर्वकथन के माध्यम से लेखक स्वयं इस बात को स्पष्ट करता है कि अमीरी की चाहत स्वार्थपूर्ण लग सकती है, लेकिन हम सब जानते हैं कि यह एक स्वाभाविक इच्छा है।
अमीरी का सफलता से बहुत पुराना और गहरा सम्बन्ध है। जब से इस सृष्टि पर मानव की सफलता-असफलता का निर्णय किया जाने लगा है - इस निर्णय में उसके आर्थिक स्तर ने सबसे अधिक सहयोग दिया है। प्राचीन काल से ही धन सफलता का पैमाना रहा है। जिसके पास अधिक धन वह अधिक सफल। न केवल प्राचीन काल में बल्कि आज भी अधिकतर लोग सफलता के लिये इसी पैमाने का उपयोग करते हैं और वे धनी व्यक्ति को ही सफल मानते हैं।
यह पुस्तक एक व्यक्ति को इस तरह से अमीर बनना सिखाती है कि वह सही मायने में सफल हो जाये।
पुस्तक के आरम्भ में लेखक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अमीरी का ताल्लुक भौतिक वस्तुओं, धन या बैंक बैलेंस से ही नहीं है।
लेखक आगे चलकर पूरी तरह से यह स्पष्ट करता है कि अमीरी का ताल्लुक बारह प्रकार की दौलतों से है। जिस भी व्यक्ति के पास ये बारह दौलतें होंगी वह बहुत उच्च दर्जे का अमीर व सफल व्यक्ति बन सकता है।
इतना जानने के बाद आपको यह लग सकता है कि इस पुस्तक में बहुत कठिन नियमों के बारे में बताया गया होगा। ऐसा सोचना स्वाभाविक भी है। आखिर’ एंड्रयू कारनेगी जितना अमीर व सफल बनना किसे आसान लगेगा?
लेकिन कारनेगी के माध्यम से लेखक पुस्तक के आरम्भ में ही यह बता देता है कि इन 12 दौलतों को पाने और अमीर बनने की शर्तें बहुत मुश्किल नहीं। बल्कि कोई औसत बुद्धि का व्यक्ति भी इन शर्तों को आसानी से पूरा कर सकता है।
अमीर बनने के लिये इस पुस्तक में न तो कोई चालाकी से भरे जाल का उपयोग किया गया है, न ही शब्दों का आडम्बर रचा गया है और न ही कोई झूठे व बड़े-२ वादे किये गये हैं।
बल्कि बडे ही सरल ढंग से व्यवहारिक नियमों की व्याख्या की गई है। ये नियम इतने साधारण हैं कि कोई भी औसत बुद्धि का व्यक्ति इन नियमों का पालन कर सकता है।
अगर आप वाकई अमीर या कामयाब बनना चाहते हैं तो आपको एंड्रयू कारनेगी के इन रहस्यों को अवश्य जानना चाहिये। ये रहस्य कोई गम्भीर रहस्य नहीं, बल्कि व्यक्ति की आदतों के बारे में हैं।
लेखक एड्रंयू कारनेगी के माध्यम से स्पष्ट करता है कि अमीर या गरीब अथवा सफल या असफल होना भाग्य की नहीं बल्कि आदत की बात है। अगर आप को गरीबी में रहने की आदत पड़ जाये तो आप अमीर बनने के लिये प्रयास तक नहीं करेंगे और यदि आपको अमीर बनना है तो भले ही आप फिलहाल गरीब हों, तो भी आप इस पुस्तक में बताई गई आदतों को अपना कर अमीर बन सकते हैं।
और अब बात करते हैं इस पुस्तक के लेखक के बारे में। लेखक का नाम बताने से पूर्व लेखक तथा एंड्रयू कारनेगी की मुलाकात तथा उनकी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में बात कर लें।
जब एंड्रयू कारनेगी पहली बार इस लेखक से मिले तो उन्होंने पूछा - अगर मैं तुम्हें व्यक्तिगत सफलता की दुनिया की पहली फिलासफी विकसित करने का अवसर दूँ और उन लोगों से तुम्हारा परिचय करवाऊँ, जो इसे विकसित करने में तुम्हारी मदद करेंगे, तो क्या तुम इस अवसर का लाभ उठाना चाहोगे? क्या तुम यह काम करना चाहोगे?
लेखक ने बिना हिचकिचाये जवाब दिया - मैं यह काम अवश्य करूँगा।
लेखक ने यह जवाब मात्र 29 सैकेण्ड में दिया था, जबकि एंड्रयू कारनेगी ने इस जवाब के लिये 60 सैकेण्ड निर्धारित किये हुये थे और यह तय किया हुआ था कि यदि इसका जवाब लेखक 60 सैकेण्ड में नहीं दे पाता तो वे उस लेखक को यह काम नहीं सौंपते बल्कि किसी और को सौंपते। पर क्योंकि लेखक ने मात्र २९ सैकेण्ड में बड़ा स्पष्ट जवाब दिया, इसलिये न केवल उसे यह ज्ञान मिला बल्कि दुनिया भर की प्रसिद्धि भी मिली।
इस काम को करने के लिये एंड्रयू कारनेगी ने लेखक को किसी भी तरह का पारिश्रमिक (Labour) अर्थात् मेहनत का मूल्य देने से साफ इन्कार कर दिया। जबकि लेखक को लग रहा था कि दुनिया का सबसे अमीर आदमी इस काम के बदले में मुँह मांगा पारिश्रमिक देगा। कारनेगी ने पारिश्रमिक न देने का कारण स्पष्ट किया और कहा - ऐसी बात नहीं कि मैं पारिश्रमिक नहीं देना चाहता। मैं तो सिर्फ यह जानना चाहता हूँ कि क्या तुम में (सफलता प्राप्त करवाने वाला) यह गुण है कि तुम सेवा करते समय पारिश्रमिक की आशा किये बिना एक मील आगे तक जा सकते हो या नहीं?
अपने समय के दुनिया के सबसे अमीर आदमी एंड्रयू कारनेगी ने अमीरी के रहस्यों को जन-२ तक पहुँचाने के लिये इस लेखक को जिम्मेदारी सौंपी। और इस लेखक ने इस जिम्मेदारी को सफलता पूर्वक निभाया, जिसका परिणाम है यह पुस्तक।
आप इस लेखक से पहले भी मिल चुके हैं।
इस लेखक का नाम है - नेपोलियन हिल। विश्व-प्रसिद्ध पुस्तक
सोचिये और अमीर बनिये के लेखक। लेखक की यह रचना सोचिये और अमीर बनने से आगे की बात बताती है।
सोचिये और अमीर बनिये पुस्तक अपने आप में सम्पूर्ण कोर्स है।
अमीरी की चाबी आपके हाथ में इस कोर्स का दूसरा एवम् व्यवहारिक हिस्सा है। अगर आपने
सोचिये और अमीर बनिये पढ़ी है तो आपको इस पुस्तक को अवश्य पढ़ना चाहिये।
यह पुस्तक दुनिया के सैंकड़ों सबसे शक्तिशाली और दौलतमंद लोगों के सफलता के अनुभवों पर आधारित है। इसमें सफलता का सबसे महान व्यवहारिक दर्शन पूरे विस्तार से दिया गया है। यह पुस्तक आपको यह बताती है कि आप किसी भी क्षेत्र में सफल कैसे हों।
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* सफलता के कोर्स की पहली किताब -
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