Monday, February 9, 2015

बुक रीव्यू - सफलता के कोर्स की तीसरी किताब - “बड़ी सोच का बड़ा जादू”


द्वारा - के. डी.’स विपिन कुमार शर्मा ‘सागर’

(To read Book Review in English CLICK HERE)

सम्पादिका की टिप्पणी –
आखिर’ के आरम्भ से ही हर माह बुक ऑफ दि मंथ कॅालम के माध्यम से हम आपको एक महत्वपूर्ण किताब के बारे में जानकारी देते आ रहे हैं।

अब उसी कॅालम को हम यहां बुक रीव्यू के रूप में आरम्भ कर रहे हैं।

जैसा कि आप जानते ही हैं कि सफल होने के लिये सीखना बहुत अनिवार्य है। सीखने का यह आवश्यक कार्य पुस्तकों के माध्यम से बहुत आसानी से हो जाता है।

हमें पूरी उम्मीद है कि सफलता के सम्बन्ध में पुस्तकों के महत्व को आप अच्छी तरह समझते हैं।

इस कॅालम के माध्यम से हम आपको उन महत्वपूर्ण पुस्तकों की जानकारी देंगे जो सफलता की राह में आपका भरपूर मार्गदर्शन कर सकें, आपको सही राह दिखा सकें और सफलता पाने के लिये आपकी सहायक बन सकें।

इस कॅालम में आपको जिन पुस्तकों के बारे में जानकारी दी जायेगी, उन पुस्तकों को आपसे पहले बहुत से लोग पढ़ चुके हैं और इनका लाभ उठा चुके हैं।

यह भी हो सकता है कि आप भी इन पुस्तकों को पढ़ चुके हों या इन के बारे में जानते हों। जो भी हो यह कॅालम आपकी बहुत अधिक मदद करेगा। क्योंकि इस कॅालम के माध्यम से आप पुस्तकों को सफलता के संदर्भ में एक नये दृष्टिकोण से देखेंगे।

प्रत्येक पुस्तक के साथ उस पुस्तक के मिलने का विवरण दिया जायेगा, जहाँ से आप पुस्तक प्राप्त कर सकते हैं। न मिलने पर हमसे kdparivar@gmail.com पर सम्पर्क करें।

सफलता के कोर्स की तीसरी किताब -
बड़ी सोच का बड़ा जादू (The Magic of Thinking Big)



इमर्सन नामक एक पाश्चात्य विद्वान ने कहा थाः जो यह देख सकते हैं कि विचार ही दुनिया पर शासन करते हैं वे लोग ही महान होते हैं।

शेक्सपियर ने कहा थाः न तो कोई चीज अच्छी होती है और न ही बुरी, हमारा दृष्टिकोण ही उसे अच्छा या बुरा बना देता है।

मिल्टन नामक विद्वान का कहना थाः मनुष्य का दिमाग बहुत शक्तिशाली है। यह स्वर्ग को नरक और नरक को स्वर्ग बना सकता है।

इन विचारों के प्रति आपका क्या विचार है? क्या आप इन महान लोगों के महान विचारों से सहमत हैं? क्या आप यह मानते हैं कि आदमी जो सोचता है, वह वही बनता है?

अगर ऐसा है तो फिर क्या कारण है कि हर व्यक्ति सफल होने के बारे में सोचता तो है लेकिन हर व्यक्ति सफल हो नहीं पाता?

कहते हैं कि आदमी अपनी सोच को बड़ा करके बड़ा आदमी बन सकता है। अगर ऐसा है तो फिर हर कोइ अपनी सोच को बड़ा क्यों नहीं कर पाता?

इन महत्वपूर्ण सवालों के जवाब आपको मिलेंगे इस पुस्तक में जिसे हमने सफलता हेतू आवश्यक कोर्स की तीसरी पुस्तक की सेज्ञा दी है। यह पुस्तक है डाक्टर डेविड जे. श्वाटर्ज की "बड़ी सोच का बड़ा जादू" (The Magic of Thinking Big)

यह पुस्तक दुनिया की बेहतरीन पुस्तकों में से एक है और प्रत्येक उस व्यक्ति के लिये अनिवार्य पुस्तक है जो जीवन में सफल होना चाहता है।

यह तो निश्चित ही है कि व्यक्ति की सफलता का स्तर उसकी सोच के स्तर से तय होता है।

इसलिये जो व्यक्ति जितना बड़ा सोचेगा वह उतनी ही बड़ी सफलता प्राप्त करेगा। बड़ा कैसे सोचें और बड़ी सोच से बड़ी सफलता कैसे पायें, इन सवालों के जवाब हैं "बड़ी सोच का बड़ा जादू" (The Magic of Thinking Big) में।


इस पुस्तक की आवश्यकताः

हम जिस माहौल में जी रहे हैं, उसमें यह पुस्तक बहुत ही महत्वपूर्ण व अनिवार्य पुस्तक है। स्वयं लेखक के शब्दों में कहें तो हम अपने आसपास के माहौल से प्रभावित होते हैं। हमारी सोच हमारे आसपास की सोच का प्राडक्ट होती है। और हमारे आसपास की अधिकतर सोच छोटी होती है, बडी नहीं।

इसलिये हमारी सोच भी हमारे आसपास के माहौल से प्रभावित होने के कारण छोटी ही रह जाती है, यह सफलता दिलवाने लायक बड़ी नहीं हो पाती। इस छोटी सोच वाले माहौल में व्यक्ति यह सोचने लग जाता है उसका ‘भाग्य’ उसके ‘कर्म’ से अधिक बड़ा है। इसलिये वह मानने लगता है कि उसकी सफलता भी उसके भाग्य पर निर्भर करती है।

लेकिन जरा किसी सफल व्यक्ति के बारे में सोचिये, अपने आसपास निगाहें दौड़ाइये और ढूँढिये किसी सफल व्यक्ति को। उसका जीवन देख कर आपको पता चल जायेगा कि सफलता के लिये

भाग्य नहीं कर्म महत्वपूर्ण होता है। और सफलता का निर्धारण किस्मत से नहीं बल्कि सोच से होता है।

किसी शायर ने क्या खूब कहा है -

नज़र को बदलो तो नज़ारे बदल जाते हैं

सोच को बदलो तो सितारे बदल जाते हैं।

आप अपनी सोच को बदल कर अपनी किस्मत को बदल सकते हैं। इस पुस्तक में सोच को बदलने का एक ऐसा व्यवहारिक व सरल सिद्धान्त बताया गया है जिससे आप अपने सितारे बदल सकते हैं अर्थात् सफल हो सकते हैं।

सफलता के लिये एक आवश्यक एवम् महत्वपूर्ण गुण है - सफलता में रूचि रखना, जो कि आपके भीतर है। यह तो निश्चित है कि आप अपनी इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं, आप अपने जीवन को पहले से अधिक बेहतर बनाना चाहते हैं और आप हर वह चीज हासिल करना चाहते हैं, जो आप सोचते हैं कि आपके पास होनी चाहिये। आप सफल होना चाहते हैं, तभी आप आखिर’ पढ़ रहे हैं। बड़ी सोच का बड़ा जादू के लेखक डेविड जे. श्वार्टज का भी यही कहना है कि सफलता में रूचि रखना एक अद्भुत गुण है।

आपमें एक और गुण हैः चुनाव करने की क्षमता। अपनी इस क्षमता का उपयोग कीजिये और अपनी सफलता के लिये इस पुस्तक का चुनाव कीजिये। यह पुस्तक आपकी सफलता के लिये महत्वपूर्ण औजार (Tool for success) है।

इस पुस्तक के बारे में एक और महत्वपूर्ण बात - इस पुस्तक में आपको कोरे सिद्धान्त नहीं बताये गये। बल्कि इसमें आपको जाँचे, परखे तथा व्यवहारिक सिद्धान्त बताये गये हैं। इस पुस्तक में जीवन की विभिन्न परिस्थितियों के बारे में परखी हुइ निश्चित तौर पर सफलता दिलवाने वाली वे तकनीकें हैं जो जादू की तरह काम करती हैं।


इस पुस्तक के लाभः

यह पुस्तक आपको आशा से अधिक लाभ प्रदान करेगी। इस पुस्तक में बताई गई विधियों को अपना कर आप अपनी सोच की जादुई शक्ति का दोहन कर पायेंगे। इस पुस्तक को अपना कर आप मनचाही सफलता, सुख और सन्तुष्टि प्राप्त करेंगे।

इस पुस्तक में केवल किताबी बातें नहीं हैं, बल्कि जीवन के वे शाश्वत सिद्धान्त हैं, जिन्हें सफल हो चुके लोग अपनाते हैं और जिन्हें अपना कर आप भी सफलता पा सकते हैं।

इस पुस्तक का लाखों लोगों ने लाभ उठा लिया है। अब आपकी बारी है।

यह पुस्तक आपकी सफलता के लिये आपका मार्गदर्शक व गुरू बनने की क्षमता रखती है। इससे आप सफलता दिलाने वाली निम्नलिखित बातें सीखेंगेः
• आप सीखेंगे कि सोच को बड़ा करके कैसे बेहतर नौकरी हासिल की जा सकती है और अधिक धन कमाया जा सकता है।
• आप सुखी और खुशहाल रहना सीखेंगे।
• आप अपनी सफलता की मंजिल तक आसानी से पहुँचना सीखेंगे।
• आप सीखेंगे कि महान सफलता हासिल करने के लिये असाधारण बुद्धिमानी या प्रतिभा की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि बड़ी सोच की आवश्यकता होती है।


इस पुस्तक से आप अपनी सोच को बड़ा करना और सफलता की ऊँचाईयों को छूना सीखेंगे।

यह पुस्तक अभी अपने नजदीकी पुस्तक विक्रेता से मांगें या नीचे दिये लिंक पर क्लिक करें या kdparivar@gmail.com पर हमें मेल करें।


To purchase this book in English - Click Here - The Magic of Thinking Big (English)

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सफलता के कोर्स की दूसरी और पहली किताब के बारे में जानकारी लेने के लिए दिए गए लिंक्स पर क्लिक करें -
* सफलता के कोर्स की पहली किताब - http://kdsakhir.blogspot.com/2014/09/blog-post.html
* सफलता के कोर्स की दूसरी किताब - http://kdsakhir.blogspot.com/2015/02/blog-post.html

बुक रीव्यू - सफलता के कोर्स की दूसरी किताब - “अमीरी की चाबी आपके हाथ में”


बुक रीव्यू
द्वारा - के. डी.’स विपिन कुमार शर्मा ‘सागर’

(To read Book Review in English CLICK HERE)

सम्पादिका की टिप्पणी –
आखिर’ के आरम्भ से ही हर माह बुक ऑफ दि मंथ कॅालम के माध्यम से हम आपको एक महत्वपूर्ण किताब के बारे में जानकारी देते आ रहे हैं।

अब उसी कॅालम को हम यहां बुक रीव्यू के रूप में आरम्भ कर रहे हैं।

जैसा कि आप जानते ही हैं कि सफल होने के लिये सीखना बहुत अनिवार्य है। सीखने का यह आवश्यक कार्य पुस्तकों के माध्यम से बहुत आसानी से हो जाता है।

हमें पूरी उम्मीद है कि सफलता के सम्बन्ध में पुस्तकों के महत्व को आप अच्छी तरह समझते हैं।

इस कॅालम के माध्यम से हम आपको उन महत्वपूर्ण पुस्तकों की जानकारी देंगे जो सफलता की राह में आपका भरपूर मार्गदर्शन कर सकें, आपको सही राह दिखा सकें और सफलता पाने के लिये आपकी सहायक बन सकें।

इस कॅालम में आपको जिन पुस्तकों के बारे में जानकारी दी जायेगी, उन पुस्तकों को आपसे पहले बहुत से लोग पढ़ चुके हैं और इनका लाभ उठा चुके हैं।

यह भी हो सकता है कि आप भी इन पुस्तकों को पढ़ चुके हों या इन के बारे में जानते हों। जो भी हो यह कॅालम आपकी बहुत अधिक मदद करेगा। क्योंकि इस कॅालम के माध्यम से आप पुस्तकों को सफलता के संदर्भ में एक नये दृष्टिकोण से देखेंगे।

प्रत्येक पुस्तक के साथ उस पुस्तक के मिलने का विवरण दिया जायेगा, जहाँ से आप पुस्तक प्राप्त कर सकते हैं। न मिलने पर हमसे kdparivar@gmail.com पर सम्पर्क करें।

सफलता के कोर्स की दूसरी किताब
अमीरी की चाबी आपके हाथ में (Hindi Edition)



क्या आपने एंड्रयू कारनेगी का नाम सुना है?

क्या आप यह जानते हैं कि एंड्रयू कारनेगी अपने समय के सबसे अधिक सफल व धनी व्यक्ति थे?

एंड्रयू कारनेगी अपनी सफलता और अमीरी के रहस्य को आम आदमी तक पहुँचाना चाहते थे।

इसके लिये उन्होंने उस समय के सबसे बेहतरीन लेखक (जिसका नाम आप इस लेख के अन्त में पढ़ेंगे) को अपनी सफलता और अमीरी के तमाम रहस्य बताये। एंड्रयू कारनेगी से जाने रहस्यों को लेखक ने एक कहानी के रूप सरल तरीके से प्रस्तुत किया और इस पुस्तक की रचना की, जिसके बारे में हम आपको इस कालम में बता रहे हैं और जिसका नाम है - अमीरी की चाबी आपके हाथ में

बहुत सी पुस्तकें ऐसी होती हैं, जिन्हें प्रायः प्रत्येक व्यक्ति ने पढ़ा होता है। लेकिन कुछ पुस्तकें ऐसी होती हैं, जिनको पढ़ना तो दूर उनके बारे में जानने वाले लोग भी बहुत कम होते हैं।

"अमीरी की चाबी आपके हाथ में" एक ऐसी ही पुस्तक है जिसका नाम तक बहुत से लोगों ने नहीं सुना।

जैसा कि इस पुस्तक के नाम से ही जाहिर होता है - यह लोगों को अमीर बनने के तौर-तरीकों के बारे में बताती है। इस पुस्तक के माध्यम से लेखक एक साधारण व्यक्ति को असाधारण स्तर का अमीर व्यक्ति बनना सिखाता है।

इस पुस्तक के पूर्वकथन के माध्यम से लेखक स्वयं इस बात को स्पष्ट करता है कि अमीरी की चाहत स्वार्थपूर्ण लग सकती है, लेकिन हम सब जानते हैं कि यह एक स्वाभाविक इच्छा है।

अमीरी का सफलता से बहुत पुराना और गहरा सम्बन्ध है। जब से इस सृष्टि पर मानव की सफलता-असफलता का निर्णय किया जाने लगा है - इस निर्णय में उसके आर्थिक स्तर ने सबसे अधिक सहयोग दिया है। प्राचीन काल से ही धन सफलता का पैमाना रहा है। जिसके पास अधिक धन वह अधिक सफल। न केवल प्राचीन काल में बल्कि आज भी अधिकतर लोग सफलता के लिये इसी पैमाने का उपयोग करते हैं और वे धनी व्यक्ति को ही सफल मानते हैं।

यह पुस्तक एक व्यक्ति को इस तरह से अमीर बनना सिखाती है कि वह सही मायने में सफल हो जाये।

पुस्तक के आरम्भ में लेखक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अमीरी का ताल्लुक भौतिक वस्तुओं, धन या बैंक बैलेंस से ही नहीं है।

लेखक आगे चलकर पूरी तरह से यह स्पष्ट करता है कि अमीरी का ताल्लुक बारह प्रकार की दौलतों से है। जिस भी व्यक्ति के पास ये बारह दौलतें होंगी वह बहुत उच्च दर्जे का अमीर व सफल व्यक्ति बन सकता है।

इतना जानने के बाद आपको यह लग सकता है कि इस पुस्तक में बहुत कठिन नियमों के बारे में बताया गया होगा। ऐसा सोचना स्वाभाविक भी है। आखिर’ एंड्रयू कारनेगी जितना अमीर व सफल बनना किसे आसान लगेगा?

लेकिन कारनेगी के माध्यम से लेखक पुस्तक के आरम्भ में ही यह बता देता है कि इन 12 दौलतों को पाने और अमीर बनने की शर्तें बहुत मुश्किल नहीं। बल्कि कोई औसत बुद्धि का व्यक्ति भी इन शर्तों को आसानी से पूरा कर सकता है।

अमीर बनने के लिये इस पुस्तक में न तो कोई चालाकी से भरे जाल का उपयोग किया गया है, न ही शब्दों का आडम्बर रचा गया है और न ही कोई झूठे व बड़े-२ वादे किये गये हैं।

बल्कि बडे ही सरल ढंग से व्यवहारिक नियमों की व्याख्या की गई है। ये नियम इतने साधारण हैं कि कोई भी औसत बुद्धि का व्यक्ति इन नियमों का पालन कर सकता है।

अगर आप वाकई अमीर या कामयाब बनना चाहते हैं तो आपको एंड्रयू कारनेगी के इन रहस्यों को अवश्य जानना चाहिये। ये रहस्य कोई गम्भीर रहस्य नहीं, बल्कि व्यक्ति की आदतों के बारे में हैं।

लेखक एड्रंयू कारनेगी के माध्यम से स्पष्ट करता है कि अमीर या गरीब अथवा सफल या असफल होना भाग्य की नहीं बल्कि आदत की बात है। अगर आप को गरीबी में रहने की आदत पड़ जाये तो आप अमीर बनने के लिये प्रयास तक नहीं करेंगे और यदि आपको अमीर बनना है तो भले ही आप फिलहाल गरीब हों, तो भी आप इस पुस्तक में बताई गई आदतों को अपना कर अमीर बन सकते हैं।

और अब बात करते हैं इस पुस्तक के लेखक के बारे में। लेखक का नाम बताने से पूर्व लेखक तथा एंड्रयू कारनेगी की मुलाकात तथा उनकी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में बात कर लें।

जब एंड्रयू कारनेगी पहली बार इस लेखक से मिले तो उन्होंने पूछा - अगर मैं तुम्हें व्यक्तिगत सफलता की दुनिया की पहली फिलासफी विकसित करने का अवसर दूँ और उन लोगों से तुम्हारा परिचय करवाऊँ, जो इसे विकसित करने में तुम्हारी मदद करेंगे, तो क्या तुम इस अवसर का लाभ उठाना चाहोगे? क्या तुम यह काम करना चाहोगे?

लेखक ने बिना हिचकिचाये जवाब दिया - मैं यह काम अवश्य करूँगा।

लेखक ने यह जवाब मात्र 29 सैकेण्ड में दिया था, जबकि एंड्रयू कारनेगी ने इस जवाब के लिये 60 सैकेण्ड निर्धारित किये हुये थे और यह तय किया हुआ था कि यदि इसका जवाब लेखक 60 सैकेण्ड में नहीं दे पाता तो वे उस लेखक को यह काम नहीं सौंपते बल्कि किसी और को सौंपते। पर क्योंकि लेखक ने मात्र २९ सैकेण्ड में बड़ा स्पष्ट जवाब दिया, इसलिये न केवल उसे यह ज्ञान मिला बल्कि दुनिया भर की प्रसिद्धि भी मिली।

इस काम को करने के लिये एंड्रयू कारनेगी ने लेखक को किसी भी तरह का पारिश्रमिक (Labour) अर्थात् मेहनत का मूल्य देने से साफ इन्कार कर दिया। जबकि लेखक को लग रहा था कि दुनिया का सबसे अमीर आदमी इस काम के बदले में मुँह मांगा पारिश्रमिक देगा। कारनेगी ने पारिश्रमिक न देने का कारण स्पष्ट किया और कहा - ऐसी बात नहीं कि मैं पारिश्रमिक नहीं देना चाहता। मैं तो सिर्फ यह जानना चाहता हूँ कि क्या तुम में (सफलता प्राप्त करवाने वाला) यह गुण है कि तुम सेवा करते समय पारिश्रमिक की आशा किये बिना एक मील आगे तक जा सकते हो या नहीं?

अपने समय के दुनिया के सबसे अमीर आदमी एंड्रयू कारनेगी ने अमीरी के रहस्यों को जन-२ तक पहुँचाने के लिये इस लेखक को जिम्मेदारी सौंपी। और इस लेखक ने इस जिम्मेदारी को सफलता पूर्वक निभाया, जिसका परिणाम है यह पुस्तक।

आप इस लेखक से पहले भी मिल चुके हैं।

इस लेखक का नाम है - नेपोलियन हिल। विश्व-प्रसिद्ध पुस्तक सोचिये और अमीर बनिये के लेखक। लेखक की यह रचना सोचिये और अमीर बनने से आगे की बात बताती है। सोचिये और अमीर बनिये पुस्तक अपने आप में सम्पूर्ण कोर्स है। अमीरी की चाबी आपके हाथ में इस कोर्स का दूसरा एवम् व्यवहारिक हिस्सा है। अगर आपने सोचिये और अमीर बनिये पढ़ी है तो आपको इस पुस्तक को अवश्य पढ़ना चाहिये।

यह पुस्तक दुनिया के सैंकड़ों सबसे शक्तिशाली और दौलतमंद लोगों के सफलता के अनुभवों पर आधारित है। इसमें सफलता का सबसे महान व्यवहारिक दर्शन पूरे विस्तार से दिया गया है। यह पुस्तक आपको यह बताती है कि आप किसी भी क्षेत्र में सफल कैसे हों।

अभी इस पुस्तक को अपने संग्रह में शामिल करें।

यह पुस्तक अभी अपने नजदीकी पुस्तक विक्रेता से मांगें या नीचे दिये लिंक पर क्लिक करें या kdparivar@gmail.com पर हमें मेल करें।



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